भगवान की मूर्ती या चित्र को सामने रखकर तथा आंखे खोल कर उनके नेत्रों से अपने नेत्र मिलावे | त्राटक की भाँती आँखे खोल कर उसमे ध्यान लगा दे | ध्यान के समय यह विश्वाश रखे की इसमें भगवान प्रगट होंगे | विश्वासपूर्वक ऐसा ध्यान करने पर इससे भी भगवान मिल जाते है |